|chakbandi kya hai ?| चकबंदी का नाम सुनते ही लोग इतना परेशान क्यों हो जाते हैं जिससे वह अनजान होते हैं कि चकबंदी क्या है अगर आप जानते हैं कि चकबंदी को क्या कहते हैं इसका क्या प्रक्रिया होती है और चकबंदी से क्या फायदे होते हैं अगर आपको इन सभी बातों का ज्ञान नहीं है तो आज हम इन सभी विषय के बारे में बताएंगे जिससे कि आपका डर खत्म हो चकबंदी करना आपके लिए भी लाभ देता है
यदि आप के खेत में भी चकबंदी हो रही है तो आप इससे परेशान ना हो क्योंकि सरकार किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं करती चकबंदी से फायदा मिलेगा इस बात से निश्चिंत रहिए
सरकार सभी जिलों व राज्यों में चकबंदी करवाती रहती है यह सबसे पहले गुजरात से शुरू हुआ था और आज यह बिहार, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि सभी ग्रामीण क्षेत्र में देखने को मिलता है
चकबंदी करवाना आपके लिए जरूरी होता है क्योंकि छोटे खेतों और बिखरे हुए खेत को एकत्रित करना जरूरी होता है तभी खेत में सुविधा पूर्ण कार्य किया जाता है
चकबंदी क्या होता है ?(Chakbandi Kya Hai?)
सबसे पहले हम आपको चकबंदी शब्द का मतलब बताएंगे चकबंदी को 2 शब्दों में विभाजित करते हैं (चक + बंदी)
चक का मतलब खेत या जमीन से होता है और बंदी का मतलब एकत्रित करना या इकट्ठा करना होता है शायद आप समझ चुके होंगे कि सरकार का यह नियम खेत को एकत्रित करना ही चकबंदी कहलाता है
किसान के खेत जो कि अलग-अलग जगह पर होते हैं उनके खेतों को एकत्रित करना ही चकबंदी कहा जाता है
उदाहरण से समझते चकबंदी क्या होता है?

जैसे कि आप इमेज में देख सकते हैं कि एक किसान के खेत अलग-अलग जगह पर हैं तो सरकार किसान के खेतों को एक जगह देने का प्रावधान करेगी जो अलग-अलग है होते हैं किसान की सहमति से ही चकबंदी किया जाता है सरकार खेतों का क्षेत्रफल व मूल्य का विशेष रूप से ध्यान रखती है
चकबंदी करने के नियम
जब भी आप के खेतों की चकबंदी होगी पहले आप से सहमति लेंगे तभी चकबंदी करने का प्रोसेस चलेगा तो चलिए जानते हैं चकबंदी कैसे होती है ?
- सबसे पहले गांव में चकबंदी कराने के लिए गांव को जानकारी दी जाएगी यह सरकार चकबंदी अधिनियम धारा 4(1) ,4(2) के तहत होगी
- चकबंदी को पूरा करने के लिए खेतों का हिस्सा करती है
- चकबंदी के इस प्रोसेस को करने के लिए 2 से 3 साल तक का समय लग जाता है
- जब इस प्रक्रिया को कहते हैं तब इसमें भूलेख अधिकारी और लेखपाल ,रिटर्निंग अधिकारी होते हैं
- सभी अधिकारी आप की जमीन का मूल्य करते हैं
- जो चकबंदी में खेत आते हैं जो अच्छे खेत होते हैं उन्हें अच्छा ग्रेड मिलता है बाकी खेतों का अलग ग्रेड मिलता है
चकबंदी का इतिहास क्या है ?
जब चकबंदी भारत में आई थी तब सबसे पहले इसे पंजाब में 1920 में शुरू किया था चकबंदी को एक योजना का नाम दिया गया चकबंदी को किसानों की इच्छा से पूर्ण किया जाने लगा पंजाब में 1936 में चकबंदी का कानून पास किया गया 1928 में रॉयल कमिशन ऑन एग्रीकल्चर इन इंडिया को इसका अधिकार नहीं था कि वह जमीन में कोई परिवर्तन करें
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चकबंदी करना कोई आसान कार्य नहीं है जिस जमीन में कोई गुण नहीं है उसका चकबंदी कहना उचित नहीं होगा चकबंदी को करने के लिए ईमानदार अधिकारी की जरूरत होती है लेकिन जितने अच्छे की आशा थी उसने अच्छे परिणाम नहीं मिले इसके लिए उत्तर प्रदेश में इसके लिए नियम बनाए गए लेकिन कई ऐसे राज्य हैं जहां पर नियम नहीं बनाए गए जैसे कि पंजाब में कोई चकबंदी का नियम नहीं बनाया गया
चकबंदी से किसानों को होने वाले लाभ
- सबसे पहला लाभ चकबंदी का किसानों के खेतों में साधारण उत्पादन की लागत कम हो जाती है
- कानून के मुताबिक जो खेतों में विवाद होते हैं वह भी खत्म हो जाते हैं
- जो आप के खेतों में पहले बड़े-बड़े वह अलग-अलग मेड बनते थे वह चकबंदी करवाने से छोटे मेड बनते हैं जिससे जमीन की बर्बादी नहीं होती
- चकबंदी से बड़े खेतों का आकार होने से मशीन का कार्य आसानी से हो जाता है
- चकबंदी का कार्य पूर्ण होने से खेतों का आकार ज्यादा हो जाता है जिसमें लागत कम आती है
चकबंदी से होने वाली परेशानी
- यदि खेतों की पैमाइश में परेशानी आती है तो किसान चकबंदी से दूर भागता है
- किसानों के खेतों के मूल्यों के आधार पर चकबंदी करना इसमें बाधा आती है क्योंकि किसानों के खेतों के मूल्य के आधार पर उसे खेत में मिलना यह समस्या बनती है
- अधिकारियों का गलत रवैया के कारण चकबंदी में बाधा आती है
- यदि जमीन में कोई विवाद बनता है तब चकबंदी में परेशानी आती है
- किसानों को गलत जगह पर खेत देने से भी चकबंदी में दिक्कतें आती हैं
- किसानों को उनके खेतों के क्षेत्रफल अनुसार खेत ना मिलने से चकबंदी में परेशानी आती है
Conclusion (निष्कर्ष) | chakbandi kya hai ? |
दोस्तों अभी हमने आपको चकबंदी क्या है की पूरी जानकारी दी है शायद आप इस लेख से समझ चुके होंगे की चकबंदी कैसे होती है और इसकी प्रक्रिया क्या होती है अगर चकबंदी से सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव है तो comment box में जरुर बताये धन्यवाद
FAQ (chakbandi kya hai ?)
- भारत में चकबंदी कब आई थी ?
चकबंदी योजना का कार्य 1920 में पंजाब में शुरू किया था
2.चकबंदी कितने तरह की होती है ?
चकबंदी दो तरह की होती है
- ऐच्छिक चकबंदी
- अनिवार्य चकबंदी
- चकबंदी कितने साल में होती है ?
चकबंदी को पूरा करने में 2 से 3 साल लग जाते है
4.उत्तर प्रदेश में चकबंदी कब हुआ था ?
उत्तर प्रदेश में चकबंदी का कार्य 1954 में शुरू की गई थी